गरीबी का हवाला देकर नवजात बच्चे को बेचने का सनसनी खेज मामला, पुलिस जुटी सत्यता की जांच में

रायगढ़। शहर के चक्रधर नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत से एक ऐसा सनसनी खेज मामला सामने आया है जो आज तक आपने सिर्फ टीवी सीरियल और फिल्मों में ही देखा और सुना होगा, यथार्थ में ऐसा कुछ हो सकता है यह देखने को रायगढ़ शहर में मिला।

घटना के विषय मे मिली जानकारी के अनुसार एक मां ने अपने कोख में अजन्मी बच्ची को 80 हजार रुपए में बेचने का सौदा तय कर लिया था।

उसके बताए अनुसार 3 मासूम बच्चों की परवरिश के दौरान चौथी बेटी जब गर्भ में पल रही थी। तो गरीबी से तंग मां ने अजन्मी बेटी का सौदा कर लिया। वहीं,जब बेटी पैदा हुई तो मजबूरी में मां ने उसे महिला दलाल के हाथों 80 हजार में बच्ची को बेच दिया। कोख का सौदा का मामला थाने पहुंचने पर महिला अब पुलिस से अपनी बेटी की वापसी की फरियाद कर रही है।

बताया जा रहा है कि फरियादी मां जिला मुख्यालय के चक्रधर नगर थानांतर्गत आईटीआई कॉलोनी में रहने वाली है। जिसका नाम सुषमा (परिवर्तित नाम) दूसरों के घरों में काम करते हुए अपने 2 बेटे और 1 बेटी को सम्हालती है। 3 बच्चों की मां बनने के बाद सुषमा के पेट मे जब चौथा नवजात शिशु पल रहा था। तो कामकाज के सिलसिले में आने-जाने के दौरान उसकी मुलाकात मीता नामक एक ऐसी महिला से हुई जो खुद को जबलपुर निवासी बताती थी। मीता को जब सुषमा की आर्थिक स्थिति की भनक लगी तो उसने सौदा किया कि अगर चौथी संतान बेटी हुई तो वह उसे 80 हजार में दे देगी। चूंकि पहले से मुफलिसी की मार झेल रही सुषमा मजबूर थी अतः सौदा उसे जम गया। मीता ने उससे यह वादा किया था कि जबलपुर में उसके जान पहचान के लोग हैं,वो उसकी बेटी की बेहतर परवरिश करेंगे। इसलिए जब सुषमा ने बेटी को जन्म दिया तो मीता ने उसे वायदे के मुताबिक 80 हजार रुपये थमाया और उसकी नवजात बेटी को लेकर चली गई।

 

सुषमा भी बेटी के बदले पाए पैसों को अपने तीनों बच्चों के लालन-पालन में खर्च करते हुए दिन बिताने लगी । इस बीच आपसी बात को लेकर सुषमा का पड़ोसी से कोई विवाद हुआ और बेटी को 80 हजार में बेचने की कहानी सबके सामने आ गई। घटना मानवता को शर्मशार करने वाली थी।

अतः दोनों के करतूत की भनक लगते ही आईटीआई कॉलोनी के कुछ लोगों ने गुरुवार शाम चक्रधर नगर थाने में इसकी शिकायत कर दी। फिर क्या था हरकत में आई पुलिस ने तत्काल सुषमा को थाना बुला लिया। देर शाम सुषमा अपने परिवार के साथ थाने पहुंची। यहां उसने पुलिस को न केवल अपनी बेबसी की कहानी बताई,बल्कि अपनी बेटी की वापसी की गुहार भी लगाने लगी। इसलिये पुलिस उसे शुक्रवार की सुबह पुनः थाने बुलाई है,ताकि सच्चाई सामने आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सके।

चक्रधर नगर थाने के सामने पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुषमा ने कबूल भी किया कि 3 बच्चों की परवरिश में होने वाली परेशानी और गरीबी के चलते उसने चौथी बेटी जो गर्भ में थी उसका का सौदा कर दिया । यही नहीं, उसने अपनी मर्जी से बेटी को 80 हजार रुपए लेकर मीता को बेच दिया था। लेकिन सुबह वह अपने ही दिए बयान से पलट रही है। महिला के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि वह स्वभाव से बहुत चालाक महिला है। ममता वापस जागने का ढोंग कर रही है। ताकि प्रशासन और पुलिस की जांच से वह बची रहे। दूसरी तरफ बच्चे से जुड़ी घटना को लेकर cwc रायगढ़ ने कार्यवाही की जिम्मेदारी अपने हाथ ले लिए इस विषय में अधिकारी दीपक डनसेना ने बताया कि महिला का बयान थाने में लिया जा रहा है। संबंधित घटना में सबसे पहले बच्ची को सुरक्षित प्राप्त करना विभाग की प्राथमिकता है इसके साथ ही घटना से जुड़े लोगों के खिलाफ पृथक कानूनी कार्यवाही की अनुशंसा विभाग के द्वारा की जाएगी। संबंधित घटना को लेकर चक्रधर नगर पुलिस और बाल कल्याण समिति रायगढ़ संयुक्त रूप से कार्यवाही कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button